आचार्य चाणक्य बहुत बड़े विद्वान थे, उन्होंने जो बातें कहीं, वह किसी भी दौर में उतनी ही प्रासंगिक होंगी जितनी उस समय थीं। उनकी बातों का जीवन प्रबंधन से बड़ा गहरा रिश्ता है और यही गुण आचार्य चाणक्य को सबसे पुराना मैनेजमेंट गुरु बनाता है। उन्होंने जो बातें कहीं, उन्हीं बातों को वक्त की चाशनी में लपेटकर आज के तथाकथित मैनेजमेंट गुरु परोसते हैं और पूरी दुनिया उनकी वाहवाही करती है। दरअसल, हमें तने के बजाय जड़ की ओर जाना चाहिए। जब हमारी कोशिश ऐसी होगी तो स्वभाविक तौर पर मैनजमेंट गुरु के रूप में आचार्य चाणक्य उभरकर सामने आएंगे। उनकी बताई बातों के आधार पर आज भी कैसे अपने जीवन का सही प्रबंधन करके उसे सफल बनाया जा सकता है, इसी बात को यहाँ बताने का प्रयास किया गया है।